भाषा में भावो की शुद्धता के लिए आवश्यक है की कम से कम शब्दों का प्रयोग किया जाय, वाक्यांशों को संक्षिप्त करने के लिए उनके स्थान पर किसी विशेष शब्द का प्रयोग किया जाता है. जिसका एक निश्चित अर्थ होता है.
वाक्यांश के लिए शब्द
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द -
● हाथी हाँकने का छोटा भाला - अंकुश
● जो कहा न जा सके - अकथनीय
● जिसे क्षमा न किया जा सके - अक्षम्य
● जिस स्थान पर कोई न जा सके - अगम्य
● जो कभी बूढ़ा न हो - अजर
● जिसका कोई शत्रु न हो - अजातशत्रु
● जो जीता न जा सके - अजेय
● जो दिखाई न पड़े - अदृश्य
● जिसके समान कोई न हो - अद्वितीय
● हृदय की बाते जानने वाला - अन्तर्यामी
● पृथ्वी, ग्रहो और तारों आदि का स्थान - अन्तरिक्ष
● दोपहर बाद का समय - अपराह्न
● जो सामान्य नियम के विरुद्ध हो - अपवाद
● जिस पर मुकदमा चल रहा हो/अभियोग लगाया गया हो - अभियुक्त
● जो पहले कभी नहीं हुआ - अभूतपूर्व
● फेँक कर चलाया जाने वाला हथियार - अस्त्र
● जो पहले पढ़ा हुआ न हो - अपठित
● जिसके आने की तिथि निश्चित न हो - अतिथि
● कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र - अधोवस्त्र
● जिसके बारे में कोई निश्चय न हो - अनिश्चित
● जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो - अनिर्वचनीय
● अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात - अतिशयोक्ति
● सबसे आगे रहने वाला - अग्रणी
● जो पहले जन्मा हो - अग्रज
● जो बाद में जन्मा हो - अनुज
● जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके - अगोचर
● जिसका पता न हो - अज्ञात
● आगे आने वाला - आगामी
● अण्डे से जन्म लेने वाला - अण्डज
● जो छूने योग्य न हो - अछूत
● जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके - अच्युत
● जो अपनी बात से टले नहीं - अटल
● जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो - अष्टाध्यायी
● आवश्यकता से अधिक बरसात - अतिवृष्टि
● बरसात बिल्कुल न होना - अनावृष्टि
● बहुत कम बरसात होना - अल्पवृष्टि
● इंद्रियो की पहुँच से बाहर - अतीन्द्रिय/इंद्रयातीत
● सीमा का अनुचित उल्लंघन - अतिक्रमण
● जो बीत गया हो - अतीत
● जिसकी गहराई का पता न लग सके - अथाह
● आगे का विचार न कर सकने वाला - अदूरदर्शी
● जो आज तक से सम्बन्ध रखता है - अद्यतन
● आदेश जो निश्चित अवधि तक लागू हो - अध्यादेश
● वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो - अधिसूचना
● विधायिका द्वारा स्वीकृत नियम - अधिनियम
● अविवाहित महिला - अनूढ़ा
● वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो - अध्यूढ़ा
● गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला - अन्तेवासी
● पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन - अधित्यका
● किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला - अनुयायी
● किसी प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया - अनुमोदन
● जिसके माता–पिता न हो - अनाथ
● जिसका जन्म निम्न वर्ण में हुआ हो - अंत्यज
● परम्परा से चली आई कथा - अनुश्रुति
● जिसका कोई दूसरा उपाय न हो - अनन्योपाय
● वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो - अन्योदर
● पलक को बिना झपकाए - अनिमेष/निर्निमेष
● जो बुलाया न गया हो - अनाहूत
● जो ढका हुआ न हो - अनावृत
● पीछे–पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला - अनुगामी
● महल का वह भाग जहाँ रानियाँ निवास करती हैं - अंतःपुर/रनिवास
● जिसे किसी बात का पता न हो - अनभिज्ञ/अज्ञ
● जिसका आदर न किया गया हो - अनादृत
● जिसका मन कही अन्यत्र लगा हो - अन्यमनस्क
● जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो - अपव्ययी
● आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना - अपरिग्रह
● जो किसी पर अभियोग लगाए - अभियोगी
● जो कम बोलता हो - अल्पभाषी/मितभाषी
● आदेश की अवहेलना - अवज्ञा
● जो बिना वेतन के कार्य करता हो - अवैतनिक
● जो सहनशील न हो - असहिष्णु
● जिसका कभी अन्त न हो - अनन्त
● जिसका दमन न किया जा सके - अदम्य
● जिसका स्पर्श करना वर्जित हो - अस्पृश्य
● जो कभी नष्ट न होने वाला हो - अनश्वर
● जिसके पास कुछ न हो अर्थात् दरिद्र - अकिँचन
● जो कभी मरता न हो - अमर
● जो सुना हुआ न हो - अश्रव्य
● जिसको भेदा न जा सके - अभेद्य
● जो साधा न जा सके - असाध्य
● जो चीज इस संसार में न हो - अलौकिक
● जिसे लाँघा न जा सके - अलंघनीय
● जिसकी तुलना न हो सके - अतुलनीय
● जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो - अनादि
● जिसकी सबसे पहले गणना की जाये - अग्रगण
● सभी जातियों से सम्बन्ध रखने वाला - अन्तर्जातीय
● जिसकी कोई उपमा न हो - अनुपम
● जिसका वर्णन न हो सके - अवर्णनीय
● जिसे जाना न जा सके - अज्ञेय
● जो बहुत गहरा हो - अगाध
● जिसका चिंतन न किया जा सके - अचिंत्य
● जिसको काटा न जा सके - अकाट्य
● जिसको त्यागा न जा सके - अत्याज्य
● वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला मूल्य - अधिमूल्य
● जिसका कोई घर (निकेत) न हो - अनिकेत
● मूलकथा में आने वाला प्रसंग, लघु कथा - अंतःकथा
● जिसका किसी में लगाव या प्रेम हो - अनुरक्त
● जिस पर आक्रमण न किया गया हो - अनाक्रांत
● जिसका उत्तर न दिया गया हो - अनुत्तरित
● अनुकरण करने योग्य - अनुकरणीय
● जो श्रेष्ठ गुणो से युक्त न हो - अनार्य
● जिसकी अपेक्षा हो - अपेक्षित
● जो मापा न जा सके - अपरिमेय
● नीचे की ओर लाना या खींचना - अपकर्ष
● जो सामने न हो - अप्रत्यक्ष/परोक्ष
● जिसकी आशा न की गई हो - अप्रत्याशित
● जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके - अप्रमेय
● किसी काम के बार–बार करने के अनुभव वाला - अभ्यस्त
● किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा - अभीप्सा
● जो कम जानता हो - अल्पज्ञ
● जो विधि या कानून के विरुद्ध हो - अवैध
● जिसका विभाजन न किया जा सके - अविभाज्य/अभाज्य
● जिसको व्यवहार में न लाया गया हो - अव्यवहृत
● जो स्त्री सूर्य भी नहीं देख पाती - असूर्यपश्या
● जो शोक करने योग्य नहीं हो - अशोक्य
● जिस रोग का इलाज न किया जा सके - असाध्य रोग/लाइलाज
● बूढ़ा–सा दिखने वाला व्यक्ति - अधेड़
● जिसका कोई मूल्य न हो - अमूल्य
● किसी बात पर बार–बार जोर देना - आग्रह
● वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो - आगतपतिका
● जिसकी भुजाएँ घुटनो तक लम्बी हो - अजानुबाहु
● मृत्युपर्यन्त - आमरण
● जो अपने ऊपर निर्भर हो - आत्मनिर्भर/स्वावलंबी
● व्यर्थ का प्रदर्शन - आडम्बर
● पूरे जीवन तक - आजीवन
● अपनी हत्या स्वयं करना - आत्महत्या
● ईश्वर में विश्वास रखने वाला - आस्तिक
● शीघ्र प्रसन्न होने वाला - आशुतोष
● विदेश से देश में माल मँगाना - आयात
● सिर से पाँव तक - आपादमस्तक
● प्रारम्भ से लेकर अंत तक - आद्योपान्त
● अपनी हत्या स्वयं करने वाला - आत्मघाती
● जो अतिथि का सत्कार करता है - आतिथेय/मेजबान
● दूसरे के हित में अपना जीवन त्याग देना - आत्मोत्सर्ग
● जिसका सम्बन्ध आत्मा से हो - आध्यात्मिक
● जिस पर हमला किया गया हो - आक्रांत
● जिसकी कोई आशा न की गई हो - आशातीत
● जो कभी निराश होना न जाने - आशावादी
● जो गुण–दोष का विवेचन करता हो - आलोचक
● वह कवि जो तत्काल कविता कर सके - आशुकवि
● लेखक द्वारा स्वयं की लिखी गई जीवनी - आत्मकथा
● इस लोक से संबंधित - इहलौकिक
● जो इन्द्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो - इंद्रजीत
● जो इन्द्रियों से परे हो/जो इन्द्रियों के द्वारा ज्ञात न हो - इन्द्रियातीत
● उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा - ईशान/ईशान्य
● पर्वत की निचली समतल भूमि - उपत्यका
● दूसरे के खाने से बची वस्तु - उच्छिष्ट
● किसी भी नियम का पालन नहीं करने वाला - उच्छृंखल
● वह पर्वत जहाँ से सूर्य और चन्द्रमा उदित होते माने जाते हैं - उदयाचल
● जिसके ऊपर किसी का उपकार हो - उपकृत
● ऐसी जमीन जो अच्छी उत्पादक हो - उर्वरा
● जो छाती के बल चलता हो (साँप आदि) - उरग
● सूर्योदय की लालिमा - उषा
● जिस भूमि में कुछ भी पैदा न होता हो - ऊसर
● सूर्यास्त के समय दिखने वाली लालिमा - ऊषा
● विचारो का ऐसा प्रवाह जिससे कोई निष्कर्ष न निकले - ऊहापोह
● कई जगह से मिलाकर इकट्ठा किया हुआ - एकीकृत
● सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा - एषणा
● जो व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर हो - ऐच्छिक
● जो मात्र शिष्टाचार, व्यावहारिकता के लिए हो - औपचारिक
● विवाहिता पत्नी से उत्पन्न संतान - औरस
● बर्तन बेचने वाला - कसेरा
● जिसे अपने मत या विश्वास का अधिक आग्रह हो - कट्टर
● जिसकी कल्पना न की जा सके - कल्पनातीत
● कर्म में तत्पर रहने वाला - कर्मठ
● सरकार का वह अंग जो कानून का पालन करता है - कार्यपालिका
● जो बात पूर्वकाल से लोगो में सुनकर प्रचलित हो - किंवदंती/जनश्रुति
● अपने काम के बारे में कुछ निश्चय न करने वाला – किंकर्तव्यविमूढ़
● वृक्ष लता आदि से ढका स्थान - कुञ्ज
● जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो - कुशाग्रबुद्धि
● जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो - कुलीन
● वह व्यक्ति जिसका ज्ञान अपने ही स्थान तक सीमित हो - कूपमंडूक
● किए गए उपकार को मानने वाला - कृतज्ञ
● किए गए उपकार को न मानने वाला - कृतघ्न
● जो धन को अत्यधिक कंजूसी से खर्च करता हो - कृपण
● जो केन्द्र से हटकर दूर जाता हो - केन्द्रापसारी
● जो केन्द्र की ओर उन्मुख हो - केन्द्राभिसारी/केन्द्राभिमुख
● सर्प के शरीर से निकली हुई खोली - केँचुली
● जो क्षमा किया जा सके - क्षम्य
● जिसका कुछ ही समय में नाश हो जाए - क्षणभंगुर
● जहाँ धरती और आकाश मिलते हुए दिखाई देते हैं - क्षितिज
● जो भूख मिटाने के लिए बेचैन हो - क्षुधातुर
● भूख से पीड़ित - क्षुधार्त
● आकाशीय पिंडो का विवेचन करने वाला - खगोलशास्त्री
● जहाँ से गंगा नदी का उद्गम होता है - गंगोत्री
● पहले से चली आ रही परम्परा का अनुपालन करने वाला - गतानुगतिक
● ग्रहण करने योग्य - ग्राह्य
● गायों के खुरो से उड़ी धूल - गोधूलि
● शरीर की हानि करने वाला - घातक
● जिसके सिर पर चंद्रकला हो (शिव) - चंद्रचूड़/चंद्रशेखर
● वह कृति जिसमें गद्य और पद्य दोनों हो - चंपू
● चक्र के रूप में घूमती हुई चलने वाली हवा - चक्रवात
● जिसके हाथ में चक्र हो - चक्रपाणि
● लंबे समय तक जीने वाला - चिरंजीवी
● जो चिरकाल से चला आया है - चिरंतन
● जो गुप्त रूप से निवास कर रहा हो - छद्मवासी
● दूसरों के केवल दोषो को खोजने वाला - छिद्रान्वेषी
● एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलने वाला - जंगम
● पेट की अग्नि - जठराग्नि
● जो जल बरसाता हो - जलद
● जो जल से उत्पन्न हो - जलज
● वह पहाड़ जिसके मुख से आग निकले - ज्वालामुखी
● जानने की इच्छा रखने वाला - जिज्ञासु
● इन्द्रियों को वश में करने वाला - जितेन्द्रिय
● स्त्रियों द्वारा अपनी इज्जत बचाने के लिए किया गया सामूहिक अग्नि-प्रवेश - जौहर
● ज्ञान देने वाली - ज्ञानदा
● जहाँ सिक्को की ढलाई होती है - टकसाल
● हल्की नींद - तन्द्रा
● जो किसी कार्य या चिन्तन में डूबा हो - तल्लीन
● ऋषियों के तप करने की भूमि - तपोभूमि
● उसी समय का - तत्कालीन
● जिसमें बाण रखे जाते हैं - तरकश/तूणीर
● जो चोरी–छिपे माल लाता ले जाता हो - तस्कर
● किसी को पद छोड़ने के लिए लिखा गया पत्र - त्यागपत्र
● तर्क करने वाला व्यक्ति - तार्किक
● दुखान्त नाटक - त्रासदी
● भूत, वर्तमान और भविष्य को जानने/देखने वाला - त्रिकालज्ञ/त्रिकालदर्शी
● गंगा, जमुना और सरस्वती नदी का संगम - त्रिवेणी
● गोद लिया हुआ पुत्र - दत्तक
● संकुचित विचार रखने वाला - दक़ियानूस
● जंगल में फैलने वाली आग - दावानल
● दिन भर का कार्यक्रम - दिनचर्या
● जो सपना दिन (दिवा) में देखा जाता है - दिवास्वप्न
● दो बार जन्म लेने वाला (ब्राह्मण, पक्षी, दाँत) - द्विज
● जिसने दीक्षा ली हो - दीक्षित
● अनुचित बात के लिए आग्रह - दुराग्रह
● वह कार्य जिसको करना कठिन हो - दुष्कर
● जो शीघ्रता से चलता हो - द्रुतगामी
● जिसमें दया भावना हो - दयालु
● जिसका आचरण बुरा हो - दुराचारी
● जिसकी प्राप्ति कठिन हो - दुर्लभ
● आगे की बात सोचने वाला व्यक्ति - दूरदर्शी
● देश से द्रोह करने वाला - देशद्रोही
● देह से सम्बन्धित - दैहिक
● देव के द्वारा किया हुआ - दैविक
● प्रतिदिन होने वाला - दैनिक
● जो धनुष को धारण करता हो - धनुर्धर
● धन की इच्छा रखने वाला - धनेच्छु
● गरीबो के लिए दान के रूप में दिया जाने वाला अन्न–धन आदि - धर्मादा
● जिसकी धर्म में निष्ठा हो - धर्मनिष्ठा
● किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु - धरोहर/थाती
● मछली पकड़कर आजीविका चलाने वाला - धीवर
● जो धीरज रखता हो - धीर
● अपने स्थान पर अटल रहने वाला - ध्रुव
● ध्यान करने योग्य अथवा लक्ष्य - ध्येय
● जिसका जन्म अभी–अभी हुआ हो - नवजात
● जिसका उदय हाल ही में हुआ है - नवोदित
● जो आकाश में विचरण करता है - नभचर
● सम्मान में दी जाने वाली भेंट - नजराना
● जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो - नवोढ़ा
● ईश्वर में विश्वास न रखने वाला - नास्तिक
● पुराना घाव जो रिसता रहता हो - नासूर
● जो नष्ट होने वाला हो - नाशवान/नश्वर
● किसी से भी न डरने वाला - निडर/निर्भीक
● जो कपट से रहित है - निष्कपट
● जो पढ़ना–लिखना न जानता हो - निरक्षर
● जिसका कोई अर्थ न हो - निरर्थक
● रात में विचरण करने वाला - निशाचर
● केवल शाक, फल एवं फूल खाने वाला या जो मांस न खाता हो - निरामिष
● जिससे किसी प्रकार की हानि न हो - निरापद
● जिसके अवयव न हो - निरवयव
● बिना भोजन (आहार) के - निराहार
● जो यह मानता है कि संसार में कुछ भी अच्छा होने की आशा नहीं है - निराशावादी
● व्यापारिक वस्तुओं को किसी दूसरे देश में भेजने का कार्य - निर्यात
● जो ममत्व से रहित हो - निर्मम
● जिसकी किसी से उपमा/तुलना न दी जा सके - निरुपम
● जो निर्णय करने वाला हो - निर्णायक
● जिसे किसी चीज की लालसा न हो - निष्काम
● जिसमें किसी बात का विवाद न हो - निर्विवाद
● जो निन्दा करने योग्य हो - निन्दनीय
● जिसमें किसी प्रकार का विकार उत्पन्न न हो - निर्विकार
● जो लज्जा से रहित हो - निर्लज्ज
● जिसको भय न हो - निर्भय
● जो नीति जानता हो - नीतिज्ञ
● जो नीति के अनुकूल हो - नैतिक
● जो न्यायशास्त्र की बात जानता हो - नैयायिक
● महीने के दो पक्षो में से एक - पखवाड़ा
● अपनी गलती के लिए किया हुआ दुःख - पश्चाताप
● केवल अपने पति में अनुराग रखने वाली स्त्री - पतिव्रता
● पति को चुनने की इच्छा वाली कन्या - पतिम्वरा
● अपने मार्ग से च्युत/भटका हुआ - पथभ्रष्ट
● अपने पद से हटाया हुआ - पदच्युत
● जो भोजन रोगी के लिए उचित है - पथ्य
● घूमने–फिरने/देश–देशान्तर भ्रमण करने वाला यात्री - पर्यटक
● पति द्वारा छोड़ दी गई पत्नी - परित्यका
● जो मापा जा सके - परिमेय
● जो सदा बदलता रहे - परिवर्तनशील
● जो आँखों के सामने न हो - परोक्ष/अप्रत्यक्ष
● दूसरे पर उपकार करने वाला - परोपकारी/परमार्थी
● जो पूरी तरह से पक चुका हो/पारंगत हो चुका हो - परिपक्व
● किसी वाद का विरोध करने वाला - प्रतिवादी
● वह ध्वनि जो कहीं से टकराकर आए - प्रतिध्वनि
● जो किसी मत को सर्वप्रथम चलाता है - प्रवर्तक
● वह स्त्री जिसके हाल ही में शिशु उत्पन्न हुआ हो - प्रसूता
● प्रमाण द्वारा सिद्ध करने योग्य - प्रमेय
● संध्या के बाद व रात्रि होने के पूर्व का समय - प्रदोष/पूर्वरात्र
● ज्ञान नेत्र से देखने वाला अंधा व्यक्ति - प्रज्ञाचक्षु
● सभा में विचारार्थ प्रस्तुत बात - प्रस्ताव
● हाथ से लिखी गई पुस्तक - पाण्डुलिपि
● किसी परिश्रम के बदले मिलने वाली राशि - पारिश्रमिक
● किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता - पारंगत
● जिसमें से आर–पार देखा जा सकता हो - पारदर्शी
● जो परलोक से संबंधित हो - पारलौकिक
● मार्ग में खाने के लिए भोजन - पाथेय
● जिसका संबंध पृथ्वी से हो - पार्थिव
● ज्ञात इतिहास के पूर्व समय का - प्रागैतिहासिक
● स्थल का वह भाग जिसके तीन ओर पानी हो - प्रायद्वीप
● जिसको देखकर अच्छा लगे - प्रियदर्शी
● पीने की इच्छा रखने वाला - पिपासु
● बार–बार कही गई बात - पुनरुक्ति
● जिसका पुनः जन्म हुआ हो - पुनर्जन्म
● दोपहर से पहले का समय - पूर्वाह्न
● प्राचीन इतिहास का ज्ञाता - पुरातत्त्ववेत्ता
● पीने योग्य पदार्थ - पेय
● केवल फलो पर निर्वाह करने वाला - फलाहारी
● फल की इच्छा रखने वाला - फलेच्छु
● सूर्योदय से पहले दो घड़ी तक का समय - ब्रह्ममुहूर्त
● समुद्र में लगने वाली आग - बड़वानल
● जो अनेक रूप धारण करता हो - बहुरूपिया
● काफी अधिक कीमत का - बहुमूल्य
● अनेक भाषाओं को जानने वाला - बहुभाषाविद्
● किसी भवनादि के खंडित होने के बाद बचे भाग - भग्नावशेष
● भाग्य पर भरोसा रखने वाला - भाग्यवादी
● दीवारों पर बने हुए चित्र - भित्तिचित्र
● जो पृथ्वी के भीतर का ज्ञान रखता हो - भूगर्भवेता
● धरती पर चलने वाला जन्तु - भूचर
● जो पहले था या हुआ - भूतपूर्व
● औषधियों का जानकार - भेषज
● सूर्योदय के पहले का समय - भोर
● भूगोल से संबंधित - भौगोलिक
● फूलो का रस - मकरंद
● दोपहर का समय - मध्याह्न
● हाथी को हाँकने वाला - महावत
● किसी मत का अनुसरण करने वाला - मतानुयायी
● जो बहुत ऊँची अकांक्षा/इच्छा रखता हो - महत्वाकांक्षी
● किसी चीज के मर्म का ज्ञाता - मर्मज्ञ
● मध्यरात्रि का समय - मध्यरात्र
● मन का असीम दुःख - मनस्ताप
● जहाँ केवल रेत ही रेत हो - मरुस्थल
● माँस आदि खाने वाला - माँसाहारी
● माह में होने वाला - मासिक
● माता की हत्या करने वाला - मातृहंता
● कम खाने वाला - मिताहारी
● कम खर्च करने वाला - मितव्ययी
● जो असत्य बोलता हो - मिथ्यावादी
● जिस स्त्री की आँखे मछली के समान हो - मीनाक्षी
● थोड़ा खिला हुआ फूल - मुकुल
● शुभ कार्य हेतु निकाला गया समय - मुहूर्त
● मुद्रा का अधिक चलन/प्रसार - मुद्रास्फीति
● मरणासन्न अवस्थावाला/शक्ति के अनुसार - मुमूषु
● मरने की इच्छा - मुमूर्षा
● मोक्ष की इच्छा रखने वाला - मुमुक्षु
● चुपचाप देखने वाला - मूकदर्शक
● हरिण के नेत्रो जैसी आँखो वाली - मृगनयनी
● जो मीठी वाणी बोलता हो - मृदुभाषी
● जिसने मृत्यु को जीत लिया हो - मृत्युंजय
● कमल की डंडी - मृणाल
● जब तक जीवन रहे - यावज्जीवन/जीवनपर्यँत
● घूम–घूमकर जीवन बिताने वाला - यायावर
● समाज को नई दिशा देकर नए युग की शुरुआत करने वाला - युगप्रवर्तक
● राज्य द्वारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र - राजपत्र
● जिसके नीचे रेखाएँ लगाई गई हो - रेखांकित
● प्रसन्नता से जिसके रोंगटे खड़े हो गए हो - रोमांचित
● जो लकड़ी काटकर जीवन बिताता हो - लकड़हारा
● जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाए - लोमहर्षक
● वंश परम्परा के अनुसार - वंशानुगत
● जिसके हाथ में वज्र हो - वज्रपाणि
● बचपन और यौवन के मध्य की उम्र - वयसंधि
● जिसका वर्णन न किया जा सके - वर्णनातीत
● अधिक बोलने वाला - वाचाल
● सन्तान के प्रति प्रेम - वात्सल्य
● मुकदमा दायर करने वाला - वादी
● भाषण देने में चतुर - वाग्मी
● जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो - वाचस्पति
● गृह–निर्माण संबंधी विज्ञान - वास्तुविज्ञान
● बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था - वातानुकूलन
● वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो - वाग्दता
● जिसमें विष मिला हुआ हो - विषाक्त
● जिस पर विश्वास किया जा सके - विश्वस्त
● जिस विषय में निश्चित मत न हो - विवादास्पद
● जिसकी पत्नी मर चुकी हो - विधुर
● स्त्री जिसका पति मर गया हो - विधवा
● सौतेली माँ - विमाता
● जो दूसरी जाति का हो - विजातीय
● जिस पर अभी विचार चल रहा हो - विचाराधीन
● वह स्त्री जो पढ़ी–लिखी व ज्ञानी हो - विदुषी
● अपना हित–अहित सोचने में समर्थ - विवेकी
● विनाश करने वाला - विध्वंसक
● जिसे व्याकरण का पूरा ज्ञान हो - वैयाकरण
● सौ वर्षोँ का समूह - शताब्दी
● जो शरण में आ गया हो - शरणागत
● हाथ में पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार जैसे तलवार - शस्त्र
● सौ वस्तुओं का संग्रह - शतक
● जिसके स्मरण मात्र से ही शत्रु का नाश हो/शत्रु का नाश करने वाला - शत्रुघ्न
● जिसका कोई आदि और अंत न हो - शाश्वत
● शाक, फल और फूल खाने वाला - शाकाहारी/निरामिष
● शिव का आलय (स्थान) - शिवालय
● जो सुनने योग्य हो - श्रव्य/श्रवणीय
● जो समाचार भेजता है - संवाददाता
● एक ही माँ से उत्पन्न भाई/बहन - सहोदर/सहोदरा
● जो गुण–दोषोँ का विवेचन करता हो - समालोचक
● सब कुछ जानने वाला - सर्वज्ञ
● जो समान आयु का हो - समवयस्क
● जो सभी को समान दृष्टि से देखता हो - समदर्शी
● साहित्यिक गुण–दोषो की विवेचना करने वाला - समीक्षक
● वह स्त्री जिसका पति जीवित हो - सधवा
● जो सदा से चला आ रहा हो - सनातन
● उसी समय में होने वाला/रहने वाला - समकालीन
● जो दूसरों की बात सहन कर सकता हो - सहिष्णु
● साथ काम करने वाला - सहकर्मी
● सद् आचरण रखने वाला - सदाचारी
● ज्ञान देने वाली देवी - सरस्वती
● जो अपनी पत्नी के साथ हो - सपत्नीक
● सत्य के लिए आग्रह - सत्याग्रह
● जो समस्त देशो/स्थानो से संबंधित हो - सार्वभौमिक
● रथ हाँकने वाला - सारथि
● जो पढ़ना–लिखना जानता है - साक्षर
● सप्ताह में एक बार होने वाला - साप्ताहिक
● सभी लोगो के लिए - सार्वजनिक
● जो सब जगह विद्यमान हो - सर्वव्यापी
● जिसकी ग्रीवा सुंदर हो - सुग्रीव
● जो सोया हुआ हो - सुषुप्त
● पसीने से उत्पन्न जीव - स्वेदज
● किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव - स्वर्ण जयंती
● गतिहीन रहने वाला - स्थावर
● हवन से संबंधित सामग्री - हवि
● ऐसा बयान जो शपथ सहित दिया गया हो - हलफनामा
● दूसरे के काम में दखल देना - हस्तक्षेप
● किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव - हीरक जयंती
● दूसरों का हित चाहने वाला - हितैषी
● हाथी हाँकने का छोटा भाला - अंकुश
● जो कहा न जा सके - अकथनीय
● जिसे क्षमा न किया जा सके - अक्षम्य
● जिस स्थान पर कोई न जा सके - अगम्य
● जो कभी बूढ़ा न हो - अजर
● जिसका कोई शत्रु न हो - अजातशत्रु
● जो जीता न जा सके - अजेय
● जो दिखाई न पड़े - अदृश्य
● जिसके समान कोई न हो - अद्वितीय
● हृदय की बाते जानने वाला - अन्तर्यामी
● पृथ्वी, ग्रहो और तारों आदि का स्थान - अन्तरिक्ष
● दोपहर बाद का समय - अपराह्न
● जो सामान्य नियम के विरुद्ध हो - अपवाद
● जिस पर मुकदमा चल रहा हो/अभियोग लगाया गया हो - अभियुक्त
● जो पहले कभी नहीं हुआ - अभूतपूर्व
● फेँक कर चलाया जाने वाला हथियार - अस्त्र
● जो पहले पढ़ा हुआ न हो - अपठित
● जिसके आने की तिथि निश्चित न हो - अतिथि
● कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र - अधोवस्त्र
● जिसके बारे में कोई निश्चय न हो - अनिश्चित
● जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो - अनिर्वचनीय
● अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात - अतिशयोक्ति
● सबसे आगे रहने वाला - अग्रणी
● जो पहले जन्मा हो - अग्रज
● जो बाद में जन्मा हो - अनुज
● जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके - अगोचर
● जिसका पता न हो - अज्ञात
● आगे आने वाला - आगामी
● अण्डे से जन्म लेने वाला - अण्डज
● जो छूने योग्य न हो - अछूत
● जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके - अच्युत
● जो अपनी बात से टले नहीं - अटल
● जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो - अष्टाध्यायी
● आवश्यकता से अधिक बरसात - अतिवृष्टि
● बरसात बिल्कुल न होना - अनावृष्टि
● बहुत कम बरसात होना - अल्पवृष्टि
● इंद्रियो की पहुँच से बाहर - अतीन्द्रिय/इंद्रयातीत
● सीमा का अनुचित उल्लंघन - अतिक्रमण
● जो बीत गया हो - अतीत
● जिसकी गहराई का पता न लग सके - अथाह
● आगे का विचार न कर सकने वाला - अदूरदर्शी
● जो आज तक से सम्बन्ध रखता है - अद्यतन
● आदेश जो निश्चित अवधि तक लागू हो - अध्यादेश
● वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो - अधिसूचना
● विधायिका द्वारा स्वीकृत नियम - अधिनियम
● अविवाहित महिला - अनूढ़ा
● वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो - अध्यूढ़ा
● गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला - अन्तेवासी
● पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन - अधित्यका
● किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला - अनुयायी
● किसी प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया - अनुमोदन
● जिसके माता–पिता न हो - अनाथ
● जिसका जन्म निम्न वर्ण में हुआ हो - अंत्यज
● परम्परा से चली आई कथा - अनुश्रुति
● जिसका कोई दूसरा उपाय न हो - अनन्योपाय
● वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो - अन्योदर
● पलक को बिना झपकाए - अनिमेष/निर्निमेष
● जो बुलाया न गया हो - अनाहूत
● जो ढका हुआ न हो - अनावृत
● पीछे–पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला - अनुगामी
● महल का वह भाग जहाँ रानियाँ निवास करती हैं - अंतःपुर/रनिवास
● जिसे किसी बात का पता न हो - अनभिज्ञ/अज्ञ
● जिसका आदर न किया गया हो - अनादृत
● जिसका मन कही अन्यत्र लगा हो - अन्यमनस्क
● जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो - अपव्ययी
● आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना - अपरिग्रह
● जो किसी पर अभियोग लगाए - अभियोगी
● जो कम बोलता हो - अल्पभाषी/मितभाषी
● आदेश की अवहेलना - अवज्ञा
● जो बिना वेतन के कार्य करता हो - अवैतनिक
● जो सहनशील न हो - असहिष्णु
● जिसका कभी अन्त न हो - अनन्त
● जिसका दमन न किया जा सके - अदम्य
● जिसका स्पर्श करना वर्जित हो - अस्पृश्य
● जो कभी नष्ट न होने वाला हो - अनश्वर
● जिसके पास कुछ न हो अर्थात् दरिद्र - अकिँचन
● जो कभी मरता न हो - अमर
● जो सुना हुआ न हो - अश्रव्य
● जिसको भेदा न जा सके - अभेद्य
● जो साधा न जा सके - असाध्य
● जो चीज इस संसार में न हो - अलौकिक
● जिसे लाँघा न जा सके - अलंघनीय
● जिसकी तुलना न हो सके - अतुलनीय
● जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो - अनादि
● जिसकी सबसे पहले गणना की जाये - अग्रगण
● सभी जातियों से सम्बन्ध रखने वाला - अन्तर्जातीय
● जिसकी कोई उपमा न हो - अनुपम
● जिसका वर्णन न हो सके - अवर्णनीय
● जिसे जाना न जा सके - अज्ञेय
● जो बहुत गहरा हो - अगाध
● जिसका चिंतन न किया जा सके - अचिंत्य
● जिसको काटा न जा सके - अकाट्य
● जिसको त्यागा न जा सके - अत्याज्य
● वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला मूल्य - अधिमूल्य
● जिसका कोई घर (निकेत) न हो - अनिकेत
● मूलकथा में आने वाला प्रसंग, लघु कथा - अंतःकथा
● जिसका किसी में लगाव या प्रेम हो - अनुरक्त
● जिस पर आक्रमण न किया गया हो - अनाक्रांत
● जिसका उत्तर न दिया गया हो - अनुत्तरित
● अनुकरण करने योग्य - अनुकरणीय
● जो श्रेष्ठ गुणो से युक्त न हो - अनार्य
● जिसकी अपेक्षा हो - अपेक्षित
● जो मापा न जा सके - अपरिमेय
● नीचे की ओर लाना या खींचना - अपकर्ष
● जो सामने न हो - अप्रत्यक्ष/परोक्ष
● जिसकी आशा न की गई हो - अप्रत्याशित
● जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके - अप्रमेय
● किसी काम के बार–बार करने के अनुभव वाला - अभ्यस्त
● किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा - अभीप्सा
● जो कम जानता हो - अल्पज्ञ
● जो विधि या कानून के विरुद्ध हो - अवैध
● जिसका विभाजन न किया जा सके - अविभाज्य/अभाज्य
● जिसको व्यवहार में न लाया गया हो - अव्यवहृत
● जो स्त्री सूर्य भी नहीं देख पाती - असूर्यपश्या
● जो शोक करने योग्य नहीं हो - अशोक्य
● जिस रोग का इलाज न किया जा सके - असाध्य रोग/लाइलाज
● बूढ़ा–सा दिखने वाला व्यक्ति - अधेड़
● जिसका कोई मूल्य न हो - अमूल्य
● किसी बात पर बार–बार जोर देना - आग्रह
● वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो - आगतपतिका
● जिसकी भुजाएँ घुटनो तक लम्बी हो - अजानुबाहु
● मृत्युपर्यन्त - आमरण
● जो अपने ऊपर निर्भर हो - आत्मनिर्भर/स्वावलंबी
● व्यर्थ का प्रदर्शन - आडम्बर
● पूरे जीवन तक - आजीवन
● अपनी हत्या स्वयं करना - आत्महत्या
● ईश्वर में विश्वास रखने वाला - आस्तिक
● शीघ्र प्रसन्न होने वाला - आशुतोष
● विदेश से देश में माल मँगाना - आयात
● सिर से पाँव तक - आपादमस्तक
● प्रारम्भ से लेकर अंत तक - आद्योपान्त
● अपनी हत्या स्वयं करने वाला - आत्मघाती
● जो अतिथि का सत्कार करता है - आतिथेय/मेजबान
● दूसरे के हित में अपना जीवन त्याग देना - आत्मोत्सर्ग
● जिसका सम्बन्ध आत्मा से हो - आध्यात्मिक
● जिस पर हमला किया गया हो - आक्रांत
● जिसकी कोई आशा न की गई हो - आशातीत
● जो कभी निराश होना न जाने - आशावादी
● जो गुण–दोष का विवेचन करता हो - आलोचक
● वह कवि जो तत्काल कविता कर सके - आशुकवि
● लेखक द्वारा स्वयं की लिखी गई जीवनी - आत्मकथा
● इस लोक से संबंधित - इहलौकिक
● जो इन्द्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो - इंद्रजीत
● जो इन्द्रियों से परे हो/जो इन्द्रियों के द्वारा ज्ञात न हो - इन्द्रियातीत
● उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा - ईशान/ईशान्य
● पर्वत की निचली समतल भूमि - उपत्यका
● दूसरे के खाने से बची वस्तु - उच्छिष्ट
● किसी भी नियम का पालन नहीं करने वाला - उच्छृंखल
● वह पर्वत जहाँ से सूर्य और चन्द्रमा उदित होते माने जाते हैं - उदयाचल
● जिसके ऊपर किसी का उपकार हो - उपकृत
● ऐसी जमीन जो अच्छी उत्पादक हो - उर्वरा
● जो छाती के बल चलता हो (साँप आदि) - उरग
● सूर्योदय की लालिमा - उषा
● जिस भूमि में कुछ भी पैदा न होता हो - ऊसर
● सूर्यास्त के समय दिखने वाली लालिमा - ऊषा
● विचारो का ऐसा प्रवाह जिससे कोई निष्कर्ष न निकले - ऊहापोह
● कई जगह से मिलाकर इकट्ठा किया हुआ - एकीकृत
● सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा - एषणा
● जो व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर हो - ऐच्छिक
● जो मात्र शिष्टाचार, व्यावहारिकता के लिए हो - औपचारिक
● विवाहिता पत्नी से उत्पन्न संतान - औरस
● बर्तन बेचने वाला - कसेरा
● जिसे अपने मत या विश्वास का अधिक आग्रह हो - कट्टर
● जिसकी कल्पना न की जा सके - कल्पनातीत
● कर्म में तत्पर रहने वाला - कर्मठ
● सरकार का वह अंग जो कानून का पालन करता है - कार्यपालिका
● जो बात पूर्वकाल से लोगो में सुनकर प्रचलित हो - किंवदंती/जनश्रुति
● अपने काम के बारे में कुछ निश्चय न करने वाला – किंकर्तव्यविमूढ़
● वृक्ष लता आदि से ढका स्थान - कुञ्ज
● जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो - कुशाग्रबुद्धि
● जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो - कुलीन
● वह व्यक्ति जिसका ज्ञान अपने ही स्थान तक सीमित हो - कूपमंडूक
● किए गए उपकार को मानने वाला - कृतज्ञ
● किए गए उपकार को न मानने वाला - कृतघ्न
● जो धन को अत्यधिक कंजूसी से खर्च करता हो - कृपण
● जो केन्द्र से हटकर दूर जाता हो - केन्द्रापसारी
● जो केन्द्र की ओर उन्मुख हो - केन्द्राभिसारी/केन्द्राभिमुख
● सर्प के शरीर से निकली हुई खोली - केँचुली
● जो क्षमा किया जा सके - क्षम्य
● जिसका कुछ ही समय में नाश हो जाए - क्षणभंगुर
● जहाँ धरती और आकाश मिलते हुए दिखाई देते हैं - क्षितिज
● जो भूख मिटाने के लिए बेचैन हो - क्षुधातुर
● भूख से पीड़ित - क्षुधार्त
● आकाशीय पिंडो का विवेचन करने वाला - खगोलशास्त्री
● जहाँ से गंगा नदी का उद्गम होता है - गंगोत्री
● पहले से चली आ रही परम्परा का अनुपालन करने वाला - गतानुगतिक
● ग्रहण करने योग्य - ग्राह्य
● गायों के खुरो से उड़ी धूल - गोधूलि
● शरीर की हानि करने वाला - घातक
● जिसके सिर पर चंद्रकला हो (शिव) - चंद्रचूड़/चंद्रशेखर
● वह कृति जिसमें गद्य और पद्य दोनों हो - चंपू
● चक्र के रूप में घूमती हुई चलने वाली हवा - चक्रवात
● जिसके हाथ में चक्र हो - चक्रपाणि
● लंबे समय तक जीने वाला - चिरंजीवी
● जो चिरकाल से चला आया है - चिरंतन
● जो गुप्त रूप से निवास कर रहा हो - छद्मवासी
● दूसरों के केवल दोषो को खोजने वाला - छिद्रान्वेषी
● एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलने वाला - जंगम
● पेट की अग्नि - जठराग्नि
● जो जल बरसाता हो - जलद
● जो जल से उत्पन्न हो - जलज
● वह पहाड़ जिसके मुख से आग निकले - ज्वालामुखी
● जानने की इच्छा रखने वाला - जिज्ञासु
● इन्द्रियों को वश में करने वाला - जितेन्द्रिय
● स्त्रियों द्वारा अपनी इज्जत बचाने के लिए किया गया सामूहिक अग्नि-प्रवेश - जौहर
● ज्ञान देने वाली - ज्ञानदा
● जहाँ सिक्को की ढलाई होती है - टकसाल
● हल्की नींद - तन्द्रा
● जो किसी कार्य या चिन्तन में डूबा हो - तल्लीन
● ऋषियों के तप करने की भूमि - तपोभूमि
● उसी समय का - तत्कालीन
● जिसमें बाण रखे जाते हैं - तरकश/तूणीर
● जो चोरी–छिपे माल लाता ले जाता हो - तस्कर
● किसी को पद छोड़ने के लिए लिखा गया पत्र - त्यागपत्र
● तर्क करने वाला व्यक्ति - तार्किक
● दुखान्त नाटक - त्रासदी
● भूत, वर्तमान और भविष्य को जानने/देखने वाला - त्रिकालज्ञ/त्रिकालदर्शी
● गंगा, जमुना और सरस्वती नदी का संगम - त्रिवेणी
● गोद लिया हुआ पुत्र - दत्तक
● संकुचित विचार रखने वाला - दक़ियानूस
● जंगल में फैलने वाली आग - दावानल
● दिन भर का कार्यक्रम - दिनचर्या
● जो सपना दिन (दिवा) में देखा जाता है - दिवास्वप्न
● दो बार जन्म लेने वाला (ब्राह्मण, पक्षी, दाँत) - द्विज
● जिसने दीक्षा ली हो - दीक्षित
● अनुचित बात के लिए आग्रह - दुराग्रह
● वह कार्य जिसको करना कठिन हो - दुष्कर
● जो शीघ्रता से चलता हो - द्रुतगामी
● जिसमें दया भावना हो - दयालु
● जिसका आचरण बुरा हो - दुराचारी
● जिसकी प्राप्ति कठिन हो - दुर्लभ
● आगे की बात सोचने वाला व्यक्ति - दूरदर्शी
● देश से द्रोह करने वाला - देशद्रोही
● देह से सम्बन्धित - दैहिक
● देव के द्वारा किया हुआ - दैविक
● प्रतिदिन होने वाला - दैनिक
● जो धनुष को धारण करता हो - धनुर्धर
● धन की इच्छा रखने वाला - धनेच्छु
● गरीबो के लिए दान के रूप में दिया जाने वाला अन्न–धन आदि - धर्मादा
● जिसकी धर्म में निष्ठा हो - धर्मनिष्ठा
● किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु - धरोहर/थाती
● मछली पकड़कर आजीविका चलाने वाला - धीवर
● जो धीरज रखता हो - धीर
● अपने स्थान पर अटल रहने वाला - ध्रुव
● ध्यान करने योग्य अथवा लक्ष्य - ध्येय
● जिसका जन्म अभी–अभी हुआ हो - नवजात
● जिसका उदय हाल ही में हुआ है - नवोदित
● जो आकाश में विचरण करता है - नभचर
● सम्मान में दी जाने वाली भेंट - नजराना
● जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो - नवोढ़ा
● ईश्वर में विश्वास न रखने वाला - नास्तिक
● पुराना घाव जो रिसता रहता हो - नासूर
● जो नष्ट होने वाला हो - नाशवान/नश्वर
● किसी से भी न डरने वाला - निडर/निर्भीक
● जो कपट से रहित है - निष्कपट
● जो पढ़ना–लिखना न जानता हो - निरक्षर
● जिसका कोई अर्थ न हो - निरर्थक
● रात में विचरण करने वाला - निशाचर
● केवल शाक, फल एवं फूल खाने वाला या जो मांस न खाता हो - निरामिष
● जिससे किसी प्रकार की हानि न हो - निरापद
● जिसके अवयव न हो - निरवयव
● बिना भोजन (आहार) के - निराहार
● जो यह मानता है कि संसार में कुछ भी अच्छा होने की आशा नहीं है - निराशावादी
● व्यापारिक वस्तुओं को किसी दूसरे देश में भेजने का कार्य - निर्यात
● जो ममत्व से रहित हो - निर्मम
● जिसकी किसी से उपमा/तुलना न दी जा सके - निरुपम
● जो निर्णय करने वाला हो - निर्णायक
● जिसे किसी चीज की लालसा न हो - निष्काम
● जिसमें किसी बात का विवाद न हो - निर्विवाद
● जो निन्दा करने योग्य हो - निन्दनीय
● जिसमें किसी प्रकार का विकार उत्पन्न न हो - निर्विकार
● जो लज्जा से रहित हो - निर्लज्ज
● जिसको भय न हो - निर्भय
● जो नीति जानता हो - नीतिज्ञ
● जो नीति के अनुकूल हो - नैतिक
● जो न्यायशास्त्र की बात जानता हो - नैयायिक
● महीने के दो पक्षो में से एक - पखवाड़ा
● अपनी गलती के लिए किया हुआ दुःख - पश्चाताप
● केवल अपने पति में अनुराग रखने वाली स्त्री - पतिव्रता
● पति को चुनने की इच्छा वाली कन्या - पतिम्वरा
● अपने मार्ग से च्युत/भटका हुआ - पथभ्रष्ट
● अपने पद से हटाया हुआ - पदच्युत
● जो भोजन रोगी के लिए उचित है - पथ्य
● घूमने–फिरने/देश–देशान्तर भ्रमण करने वाला यात्री - पर्यटक
● पति द्वारा छोड़ दी गई पत्नी - परित्यका
● जो मापा जा सके - परिमेय
● जो सदा बदलता रहे - परिवर्तनशील
● जो आँखों के सामने न हो - परोक्ष/अप्रत्यक्ष
● दूसरे पर उपकार करने वाला - परोपकारी/परमार्थी
● जो पूरी तरह से पक चुका हो/पारंगत हो चुका हो - परिपक्व
● किसी वाद का विरोध करने वाला - प्रतिवादी
● वह ध्वनि जो कहीं से टकराकर आए - प्रतिध्वनि
● जो किसी मत को सर्वप्रथम चलाता है - प्रवर्तक
● वह स्त्री जिसके हाल ही में शिशु उत्पन्न हुआ हो - प्रसूता
● प्रमाण द्वारा सिद्ध करने योग्य - प्रमेय
● संध्या के बाद व रात्रि होने के पूर्व का समय - प्रदोष/पूर्वरात्र
● ज्ञान नेत्र से देखने वाला अंधा व्यक्ति - प्रज्ञाचक्षु
● सभा में विचारार्थ प्रस्तुत बात - प्रस्ताव
● हाथ से लिखी गई पुस्तक - पाण्डुलिपि
● किसी परिश्रम के बदले मिलने वाली राशि - पारिश्रमिक
● किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता - पारंगत
● जिसमें से आर–पार देखा जा सकता हो - पारदर्शी
● जो परलोक से संबंधित हो - पारलौकिक
● मार्ग में खाने के लिए भोजन - पाथेय
● जिसका संबंध पृथ्वी से हो - पार्थिव
● ज्ञात इतिहास के पूर्व समय का - प्रागैतिहासिक
● स्थल का वह भाग जिसके तीन ओर पानी हो - प्रायद्वीप
● जिसको देखकर अच्छा लगे - प्रियदर्शी
● पीने की इच्छा रखने वाला - पिपासु
● बार–बार कही गई बात - पुनरुक्ति
● जिसका पुनः जन्म हुआ हो - पुनर्जन्म
● दोपहर से पहले का समय - पूर्वाह्न
● प्राचीन इतिहास का ज्ञाता - पुरातत्त्ववेत्ता
● पीने योग्य पदार्थ - पेय
● केवल फलो पर निर्वाह करने वाला - फलाहारी
● फल की इच्छा रखने वाला - फलेच्छु
● सूर्योदय से पहले दो घड़ी तक का समय - ब्रह्ममुहूर्त
● समुद्र में लगने वाली आग - बड़वानल
● जो अनेक रूप धारण करता हो - बहुरूपिया
● काफी अधिक कीमत का - बहुमूल्य
● अनेक भाषाओं को जानने वाला - बहुभाषाविद्
● किसी भवनादि के खंडित होने के बाद बचे भाग - भग्नावशेष
● भाग्य पर भरोसा रखने वाला - भाग्यवादी
● दीवारों पर बने हुए चित्र - भित्तिचित्र
● जो पृथ्वी के भीतर का ज्ञान रखता हो - भूगर्भवेता
● धरती पर चलने वाला जन्तु - भूचर
● जो पहले था या हुआ - भूतपूर्व
● औषधियों का जानकार - भेषज
● सूर्योदय के पहले का समय - भोर
● भूगोल से संबंधित - भौगोलिक
● फूलो का रस - मकरंद
● दोपहर का समय - मध्याह्न
● हाथी को हाँकने वाला - महावत
● किसी मत का अनुसरण करने वाला - मतानुयायी
● जो बहुत ऊँची अकांक्षा/इच्छा रखता हो - महत्वाकांक्षी
● किसी चीज के मर्म का ज्ञाता - मर्मज्ञ
● मध्यरात्रि का समय - मध्यरात्र
● मन का असीम दुःख - मनस्ताप
● जहाँ केवल रेत ही रेत हो - मरुस्थल
● माँस आदि खाने वाला - माँसाहारी
● माह में होने वाला - मासिक
● माता की हत्या करने वाला - मातृहंता
● कम खाने वाला - मिताहारी
● कम खर्च करने वाला - मितव्ययी
● जो असत्य बोलता हो - मिथ्यावादी
● जिस स्त्री की आँखे मछली के समान हो - मीनाक्षी
● थोड़ा खिला हुआ फूल - मुकुल
● शुभ कार्य हेतु निकाला गया समय - मुहूर्त
● मुद्रा का अधिक चलन/प्रसार - मुद्रास्फीति
● मरणासन्न अवस्थावाला/शक्ति के अनुसार - मुमूषु
● मरने की इच्छा - मुमूर्षा
● मोक्ष की इच्छा रखने वाला - मुमुक्षु
● चुपचाप देखने वाला - मूकदर्शक
● हरिण के नेत्रो जैसी आँखो वाली - मृगनयनी
● जो मीठी वाणी बोलता हो - मृदुभाषी
● जिसने मृत्यु को जीत लिया हो - मृत्युंजय
● कमल की डंडी - मृणाल
● जब तक जीवन रहे - यावज्जीवन/जीवनपर्यँत
● घूम–घूमकर जीवन बिताने वाला - यायावर
● समाज को नई दिशा देकर नए युग की शुरुआत करने वाला - युगप्रवर्तक
● राज्य द्वारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र - राजपत्र
● जिसके नीचे रेखाएँ लगाई गई हो - रेखांकित
● प्रसन्नता से जिसके रोंगटे खड़े हो गए हो - रोमांचित
● जो लकड़ी काटकर जीवन बिताता हो - लकड़हारा
● जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाए - लोमहर्षक
● वंश परम्परा के अनुसार - वंशानुगत
● जिसके हाथ में वज्र हो - वज्रपाणि
● बचपन और यौवन के मध्य की उम्र - वयसंधि
● जिसका वर्णन न किया जा सके - वर्णनातीत
● अधिक बोलने वाला - वाचाल
● सन्तान के प्रति प्रेम - वात्सल्य
● मुकदमा दायर करने वाला - वादी
● भाषण देने में चतुर - वाग्मी
● जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो - वाचस्पति
● गृह–निर्माण संबंधी विज्ञान - वास्तुविज्ञान
● बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था - वातानुकूलन
● वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो - वाग्दता
● जिसमें विष मिला हुआ हो - विषाक्त
● जिस पर विश्वास किया जा सके - विश्वस्त
● जिस विषय में निश्चित मत न हो - विवादास्पद
● जिसकी पत्नी मर चुकी हो - विधुर
● स्त्री जिसका पति मर गया हो - विधवा
● सौतेली माँ - विमाता
● जो दूसरी जाति का हो - विजातीय
● जिस पर अभी विचार चल रहा हो - विचाराधीन
● वह स्त्री जो पढ़ी–लिखी व ज्ञानी हो - विदुषी
● अपना हित–अहित सोचने में समर्थ - विवेकी
● विनाश करने वाला - विध्वंसक
● जिसे व्याकरण का पूरा ज्ञान हो - वैयाकरण
● सौ वर्षोँ का समूह - शताब्दी
● जो शरण में आ गया हो - शरणागत
● हाथ में पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार जैसे तलवार - शस्त्र
● सौ वस्तुओं का संग्रह - शतक
● जिसके स्मरण मात्र से ही शत्रु का नाश हो/शत्रु का नाश करने वाला - शत्रुघ्न
● जिसका कोई आदि और अंत न हो - शाश्वत
● शाक, फल और फूल खाने वाला - शाकाहारी/निरामिष
● शिव का आलय (स्थान) - शिवालय
● जो सुनने योग्य हो - श्रव्य/श्रवणीय
● जो समाचार भेजता है - संवाददाता
● एक ही माँ से उत्पन्न भाई/बहन - सहोदर/सहोदरा
● जो गुण–दोषोँ का विवेचन करता हो - समालोचक
● सब कुछ जानने वाला - सर्वज्ञ
● जो समान आयु का हो - समवयस्क
● जो सभी को समान दृष्टि से देखता हो - समदर्शी
● साहित्यिक गुण–दोषो की विवेचना करने वाला - समीक्षक
● वह स्त्री जिसका पति जीवित हो - सधवा
● जो सदा से चला आ रहा हो - सनातन
● उसी समय में होने वाला/रहने वाला - समकालीन
● जो दूसरों की बात सहन कर सकता हो - सहिष्णु
● साथ काम करने वाला - सहकर्मी
● सद् आचरण रखने वाला - सदाचारी
● ज्ञान देने वाली देवी - सरस्वती
● जो अपनी पत्नी के साथ हो - सपत्नीक
● सत्य के लिए आग्रह - सत्याग्रह
● जो समस्त देशो/स्थानो से संबंधित हो - सार्वभौमिक
● रथ हाँकने वाला - सारथि
● जो पढ़ना–लिखना जानता है - साक्षर
● सप्ताह में एक बार होने वाला - साप्ताहिक
● सभी लोगो के लिए - सार्वजनिक
● जो सब जगह विद्यमान हो - सर्वव्यापी
● जिसकी ग्रीवा सुंदर हो - सुग्रीव
● जो सोया हुआ हो - सुषुप्त
● पसीने से उत्पन्न जीव - स्वेदज
● किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव - स्वर्ण जयंती
● गतिहीन रहने वाला - स्थावर
● हवन से संबंधित सामग्री - हवि
● ऐसा बयान जो शपथ सहित दिया गया हो - हलफनामा
● दूसरे के काम में दखल देना - हस्तक्षेप
● किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव - हीरक जयंती
● दूसरों का हित चाहने वाला - हितैषी